आज एक ऐसे क्रांतिकारी की जन्म जयंती है जिन्होंने देश को स्वतंत्र करवाने में एक अहम् भूमिका निभाई, इस महान पुण्यात्मा का नाम है विनायक दामोदर सावरकर जिन्हें वीर सावरकर भी कहा जाता है.
आज ही के दिन यानी की 28 मई 1883 को भगुर ( नासिक) महाराष्ट्र में इनका जन्म हुआ था. आज इस पुण्य दिवस पर आपको मैं उनके जन्म स्थल के दर्शन करवाने ले चल रहा हूँ. वीर सावरकर एक मात्र ऐसे क्रांतिकारी थे जिन्हें अंग्रेज सरकार ने एक नहीं दो बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. 1857 की क्रांति के बाद देश में स्वाधीनता संग्राम का संघर्ष ठंडा हो चला था ये वीर सावरकर ही थे जिन्होंने क्रांतिकारियों की ज्वलंत भावनाओं को सही दिशा दे कर अंग्रेजो के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
आज उनके जन्म दिवस पर ऋणी राष्ट्र की ओर से उनको शत शत नमन. जय हिन्द